Mohabbat ki Zindagi mein gham ka
mod aata kyon hain,
Jo hota hai hamari chahat wohi hame rulata kyon hain,
Agar wo hota hi nahi hai hamari naseeb ki lakiro mein,
To Aye khuda aise logo se hume milata kyon hain.
मोहब्बत की जिंदगी में ग़म का मोड़ आता क्यों है,
जो होता है हमारी चाहत वही हमें रुलाता क्यों है ,
अगर वो होता ही नहीं है हमारी नसीब की लकीरो में
तो ए खुदा ऐसे लोगो से हमे मिलता क्यों है
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