Mere Hathon Main Mehandi Hai Tera Naam Nahi,
Tu Meri Muhabbat Tha Koi Ilzam Nahi,
Wo Shaks Le Jayega Mujhe Apni Dulhan Bana Kar,
Jo Sirf Meri Qismat Ka Ek Pehra Hai Chahat-O-Armaan Nahi.
मेरे हाथों मैं मेहंदी है तेरा नाम नहीं,
तू मेरी मुहब्बत था कोई इलज़ाम नहीं,
वो शख्स ले जायेगा मुझे अपनी दुल्हन बना कर,
जो सिर्फ मेरी क़िस्मत का एक पहरा है चाहत-ओ-अरमान नहीं.
मेरे हाथों मैं मेहंदी है तेरा नाम नहीं,
तू मेरी मुहब्बत था कोई इलज़ाम नहीं,
वो शख्स ले जायेगा मुझे अपनी दुल्हन बना कर,
जो सिर्फ मेरी क़िस्मत का एक पहरा है चाहत-ओ-अरमान नहीं.
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